प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 11 अक्टूबर को श्री महाकाल लोक का करेंगे लोकार्पण
मध्य प्रदेश। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 11 अक्टूबर को श्री महाकाल लोक का लोकार्पण करेंगे। इस दौरान कैलाश खैर उज्जैन के श्री महाकालेश्वर मंदिर में विराजे भगवान शिव को समर्पित विशेष गीत की प्रस्तुति देंगे। यह भी बताया जा रहा है कि सोमवार को महाकालेश्वर की भस्म आरती में भक्तों को प्रवेश नहीं दिया जाएगा।
संस्कृति विभाग और महाकालेश्वर मंदिर ने शनिवार को ट्विटर पर इस गीत का पोस्टर जारी किया। मोदी सोमवार को 856 करोड़ रुपये की लागत के महाकालेश्वर मंदिर कॉरिडोर विकास परियोजना के पहले चरण का लोकार्पण करेंगे। उज्जैन स्मार्ट सिटी लिमिटेड ने इस प्रोजेक्ट को कार्यान्वित किया है। कंपनी के एक अधिकारी ने बताया कि महाकाल लोक के लोकार्पण अवसर को खास बनाने के लिए विशष इंतजाम किए गए हैं। प्रधानमंत्री उज्जैन पहुंचने पर अपने वाहनों से मंदिर पहुंचेंगे और पूजा करेंगे। इसके बाद वे नंदी द्वार पर जाएंगे, जो कि नए कॉरिडोर का मुख्य द्वार है। वहीं वे महाकाल लोक का लोकार्पण करेंगे। वे कॉरिडोर की यात्रा करेंगे और इस दौरान कलाकार अपनी प्रस्तुतियां देते रहेंगे।
उज्जैन स्मार्ट सिटी के मुख्य कार्यपालन अधिकारी आशीष कुमार पाठक ने बताया कि लोकार्पण होने के बाद बड़ा आयोजन होगा। कैलाश खैर इसमें शिव स्तुति गाएंगे। यह स्तुति खास तौर पर महाकाल लोक के लोकार्पण को ध्यान में रखकर तैयार की गई है। कैलाश खैर अपनी टीम कैलासा के साथ यह प्रस्तुति देंगे। जनसंपर्क विभाग ने 30 सेकंड का एक वीडियो भी जारी किया है।
श्री महाकाल लोक एक 900-मीटर लंबा कॉरिडोर है, जिसे भारत में इस तरह का सबसे बड़ा कॉरिडोर बताया जा रहा है। राज्य सरकार ने इसका नाम महाकाल लोक रखा है। इससे जुड़े वीडियो सोशल मीडिया पर युवाओं में लोकप्रिय हो रहे हैं।
कार्तिक मेला ग्राउंड पर पीएम मोदी और मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान कॉरिडोर के लोकार्पण के बाद पहुंचेंगे। खैर और अन्य कलाकार भी इसी मैदान पर बनाए जा रहे मंच पर प्रस्तुतियां देंगे। यह स्टेज महाकाल महाराज और त्रिशुल जैसे संकेतों से प्रेरित होगा। कार्तिक मेला ग्राउंड पर प्रधानमंत्री के पधारने पर बड़ी स्क्रीन पर महाकाल मंदिर और अन्य पवित्र स्थलों के वीडियो चलाए जाएंगे। प्रदेश के आवास और शहरी विकास मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री दो से ढाई घंटे उज्जैन में ठहरेंगे। वे भगवान शिव और महाकाल महाराज के समर्पित भक्त हैं।
सोमवार को प्रधानमंत्री की यात्रा के मद्देनजर महाकाल मंदिर की सुरक्षा चाक-चौबंद रहेगी। बताया जा रहा है कि 11 अक्टूबर को भस्म आरती में भक्तों का प्रवेश बंद रहेगा। प्रधानमंत्री के आने से कुछ घंटे पहले सामान्य दर्शनार्थियों का प्रवेश भी रोका जा सकता है। ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में 11 अक्टूबर को शाम 5 बजे प्रधानमंत्री गर्भगृह में भगवान महाकाल की पूजा-अर्चना करेंगे। इसके बाद महाकाल लोक का लोकार्पण होगा। महाकाल मंदिर में प्रतिदिन तड़के 4 बजे भगवान महाकाल की भस्म आरती होती है।
भस्म आरती दर्शन के लिए प्रतिदिन देशभर से भक्त महाकाल मंदिर पहुंचते हैं। मंदिर समिति भक्तों को मंदिर की वेबसाइट के जरिए आनलाइन तथा मंदिर कार्यालय के समीप स्थित काउंटर से आफलाइन दर्शन अनुमति जारी करती है। प्रतिदिन 1700 भक्तों को भस्म आरती दर्शन की अनुमति दी जाती है। मंदिर प्रशासन के अनुसार 11 अक्टूबर की आनलाइन भस्म आरती फुल है। देश के विभिन्ना् राज्यों के भक्तों ने एक माह पहले ही भस्म आरती दर्शन की बुकिंग करा ली है।