धारचूला में काली नदी खतरे के निशान से ऊपर, प्रशासन ने लोगों की सुरक्षा को देखते हुए जारी किया अलर्ट
पिथौरागढ़। काली नदी धारचूला में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। खतरे का निशान 890 मीटर है और काली नदी 890.40 मीटर पर बह रही है। प्रशासन ने धारचूला से लेकर पंचेश्वर के बीच कालिका, बलुवाकोट, जौलजीबी, तीतरी, तल्लाबगड, झूलाघाट तक अलर्ट जारी किया है।
प्रशासन लोगों की सुरक्षा को देखते हुए नदी किनारे नहीं जाने की सलाह दी है। क्षेत्र के पुलिस थाने और एसएसबी लगातार जलस्तर पर नजर रख रही है। तेजम तहसील के बला गांव के बस्ती तोक में बीते रविवार की रात की बारिश से गंगा राम का आवासीय मकान ध्वस्त हो गया। स्वजन बाल बाल बच गए।
बीते शुक्रवार की मध्य रात्रि के बाद नेपाल के लास्कु में बादल फटने से काली नदी का जलस्तर बढऩे से भारत और नेपाल में व्यापक क्षति हुई थी। आपदा में भारत में एक महिला और नेपाल में छह लोगों की मौत हो गई थी।
बादल फटने से आए बारिश के साथ आए मलबे से काली नदी का प्रवाह प्रभावित होने से बनी झील में खोतिला के व्यास नगर के करीब पचास मकान जलमग्न हो गए। एक महिला पशुपति देवी 65 वर्ष पत्नी मन बहादुर की पानी में डूबने से मौत हो गई थी। महिला का शव बरामद कर लिया गया था। आपदा प्रभावित लोगों ने टेंटों में शरण ली है।