प्रदेश भर में हुई भारी बारिश के चलते कई जिलों में भूस्खलन होने से बाधित हुए हाइवे
देहरादून। प्रदेश भर में आज शुक्रवार को कई जगह बादल छाए हुए हैं। वहीं गुरुवार देर रात हुई बारिश से मलबा आने से कई जिलों में सड़कें बंद हो गई हैं। साथ ही भूस्खलन से कई हाईवे भी बाधित हो गए हैं। टिहरी नरेंद्रनगर बाईपास के समीप हाईवे नीचे से खोखला होने के कारण ऋषिकेश गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर आज दूसरे दिन भी पुलिस ने सुरक्षा की दृष्टि से बड़े वाहनों का संचालन पूरी तरह से बंद रखा है।
दूसरी ओर बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पागल नाला के पास अवरुद्ध हो गया है। देर रात से जनपद में हो रही भारी बारिश शुक्रवार सुबह सात बजे थमी। पागल नाला में हाईवे खोलने का काम एनएच ने शुरू कर दिया है। वहीं मसूरी में गुरुवार रात हुई भारी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। शहर में भारी बारिश के कारण कई जगह गदेरे उफान पर आ गए। साथ ही पर्यटन स्थल भट्टा फॉल भी उफान पर रहा। जिससे लोग रातभर सहमे रहे।
मौसम विभाग ने सात बजे से रात 12 बजे तक पांच घंटे के लिए भारी बारिश को लेकर लोकल अलर्ट जारी किया था। साथ ही आपदा प्रबंधन की टीम को भी सतर्क रहने को कहा था। मौसम विभाग की भविष्यवाणी सच साबित हुई और रात होते-होते मसूरी में भारी बारिश का दौर चला। मौसम विभाग के अनुसार मसूरी और आसपास के क्षेत्र में इन पांच घंटों में करीब 180 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई। भारी बारिश से भट्टा फॉल समेत झड़ीपानी फॉल भी उफान पर रहा। वहीं, सड़कों पर भी नदी जैसी स्थिति रही और लोगों को आवाजाही में परेशानी हुई। हालांकि, इस दौरान किसी भी प्रकार के जान-माल के नुकसान की सूचना नहीं है। उधर, देहरादून शहर में भी बादल जमकर बरसे। जिससे सड़कों पर जलभराव की स्थिति रही और वाहनों को आवाजाही में परेशानियों का सामना करना पड़ा। मुनिकीरेती में बारिश के कारण ऋषिकेश-बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर ब्यासी के पास भारी मलबा आने के कारण गुरुवार को मार्ग अवरुद्ध हो गया।
रास्ता बंद होने कारण दिनभर वाहनों आवाजाही भी पूरी तरह से बंद रही। वहीं गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग मार्ग पर भी मलबा आने के चलते भारी वाहनों की आवाजाही को प्रतिबंधित किया गया है। एनएच ने सुबह से शाम तक कड़ी मशक्कत के बाद शाम को मार्ग खोला। उधर ऋषिकेश-गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर नरेंद्र नगर के पास भारी बारिश के कारण पहाड़ खिसकने से सड़क नीचे से खोखली हो गई है। जिसके चलते सुरक्षा की दृष्टि से मार्ग को भारी वाहनों के लिए पूरी तरह से बंद किया गया है। मार्ग पर केवल छोटे वाहनों को आवाजाही की इजाजत दी गई है। वहीं बसों को सवारी उतारने के बाद इस पास से उस पार भेजा जा रहा है।