धामी राज में विपक्ष के अस्तित्व पर संकट.! बीजेपी के सामने कमजोर पड़ने लगा विपक्ष.?
देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की नेतृत्व क्षमता के विपक्षी भी कायल हैं। इसका उदाहरण है धामी राज में भाजपा का दामन थामने वाले विपक्षी नेताओं की लगातार बढ़ती संख्या। कांग्रेस हो, बसपा या फिर आम आदमी पार्टी और यूकेडी इन सभी पार्टियों के कई नेता और कार्यकर्ता भाजपा ज्वाइन कर चुके हैं। ज्वाइन करने के बाद सभी नेता केन्द्र की मोदी और राज्य की धामी सरकार की तारीफ करते हुए नजर आते हैं। पूर्व सांसद एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता हरपाल साथी की पार्टी में घर वापसी कराने के बाद अब भाजपा ने बसपा को झटका दिया है। बसपा के वरिष्ठ नेता रविंद्र पनियाला और हरिद्वार के जिलाध्यक्ष लोकेंद्र चुड़ियाला अपने समर्थकों के साथ बुधवार को भाजपा में शामिल हो गए।
भाजपा में शामिल हुए गुर्जर नेता रविंद्र पनियाला पूर्व में विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं। वह जिला सहकारी बैंक हरिद्वार के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। उनके साथ ही बसपा के जिलाध्यक्ष रहे चुड़ियाला के अलावा पूर्व पंचायत प्रतिनिधियों व युवाओं ने भाजपा की सदस्यता ली। सभी ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व क्षमता की दिल खोलकर तारीफ की। तीन बार लोकसभा सांसद रहे हरपाल साथी ने कांग्रेस में जाने को बड़ी भूल करार दिया है साथ ही लक्ष्मण रेखा पार करने की बात कही है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने के पहली बार सत्ता संभालने के समय पार्टी के खिलाफ माहौल बन रहा था। एक तरफ किसान आंदोलन के कारण माहौल को भाजपा के खिलाफ लाने की कोशिश थी। वहीं दो मुख्यमंत्री बदले जाने से भी असर दिख रहा था। ऐसे में सीएम धामी ने चारधाम देवस्थानम प्रबंधन अधिनियम वापस लेने सहित कई बड़े फैसलों से अपनी दमदार छवि का अहसास कराया। वर्तमान में भी यूकेएसएसएससी सहित उनके द्वारा लिए गये तमाम फैसलों को लेकर पूरे देश में उनकी सराहना हो रही है। भाजपा इस समय सेकेंड लेयर लीडरशिप को विकसित करने में जुटी हुई है। ऐसे में पुष्कर सिंह धामी इसमें पूरी तरह से फिट बैठते हैं। पुष्कर सिंह धामी 46 वर्ष के हैं। उनकी ईमानदारी पर कोई उंगली नहीं उठाता है। पिता पूर्व सैनिक रहे हैं। इसका एडवांटेज अलग है। विधानसभा चुनाव में और वर्तमान में लिए जा रहे उनके फैसलों से उनकी नेतृत्व क्षमता खिलकर सामने आई है।
भाजपा ही सबको साथ लेकर चलने में सक्षम
मुख्यमंत्री धामी ने कार्यक्रम में कहा कि भाजपा ही एकमात्र ऐसा संगठन है, जो सबको साथ लेकर चलने में सक्षम है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के व्यक्तित्व एवं कृतित्व से प्रभावित होकर बड़ी संख्या में लोग भाजपा से जुड़ रहे हैं। उत्तराखंड के प्रति तो प्रधानमंत्री का विशेष लगाव है। उन्होंने पार्टी में शामिल हुए नेताओं और कार्यकर्ताओं से आहवान किया कि हमें हर पंचायत स्तर पर कमल खिलाना है।उन्होंने कहा कि भाजपा परिवार बहुत बड़ा है। सभी लोग आपस में मिलकर कार्य करेंगे तो संगठन को और ऊंचाईयां मिलेंगी।
कांग्रेस नेताओं की जानिए मन की बात
लंबे समय से अंतर्कलह से जूझ रही कांग्रेस पार्टी के नेता अब खुद मानने लगे हैं कि उत्तराखंड में विपक्ष कमजोर पड़ने लगा है। कांग्रेस नेताओं ने गंभीरता से साथ नए रोडमैप के साथ आगे बढ़ने की जरूरत जाहिर की। हाल ही मैं पूर्व काबीना मंत्री हरक सिंह रावत के आवास पर हुई बैठक में इस बात पर चिंता जताई गई थी। हरक ने मीडिया से बातचीत में कहा था कि अक्सर दिखाई देता है कि पार्टी के नेता आपस में ही लड़ रहे हैं। जब खुद ही लड़ते रहेंगे तो सरकार से कब लड़ेंगे? जिस पार्टी में हो, उसके प्रति वफादार भी रहना चाहिए। जल्द ही एक रेाडमैप तय कर हाईकमान से भी बातचीत की जाएगी। प्रीतम सिंह ने कहा था कि लगातार दो बार हार से कार्यकर्ता हतोत्साहित हैं। विपक्ष कमजोर दिख रहा है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा विपक्ष को कमजोर बताए जाने से सहमत नहीं है। करन ने कहा कि जब से वो अध्यक्ष बने हैं तब से आए दिन कांग्रेस मजबूती के साथ संघर्ष कर रही है। शायद ही पहले ऐसी सक्रियता रही हो। सभी मिलजुलकर जनहित के मुद्ददों को मजबूती से उठाते रहेंगे।